हेलो दोस्तों,आज के इस लेख में हम जानेंगे की बक्सर जिले में कितने गांव हैं?-सम्पूर्ण जानकारी जैसे किआपको पता है कि भारत के बिहार राज्य में स्थित बक्सर जिला अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है, जिसमें 1764 में बक्सर की लड़ाई भी शामिल है। यह गंगा नदी के किनारे स्थित है ,बक्सर जिला में कुल 1142 गांव है
बक्सर जिले का नक्शा-
यहां भारत के बिहार के बक्सर जिले के कुछ गांवों की सूची दी गई है: 1. डुमरांव 2. चौसा 3. इटाढ़ी 4. राजपुर 5. केसठ 6. बाराहाट 7. नवानगर 8. छोटकी मसौढ़ी 9. ब्रह्मपुर 10. चांदपुर कृपया ध्यान दें, इस सूची में केवल कुछ उदाहरण शामिल हैं। बक्सर जिले में कई गाँव हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी विशेषताएँ, जनसांख्यिकी और सामाजिक-आर्थिक पहलू हैं। एक व्यापक सूची के लिए, आधिकारिक सरकारी रिकॉर्ड या जिले के लिए विशिष्ट स्थानीय संसाधनों का संदर्भ लेना सबसे अच्छा है।
बक्सर जिले का सबसे बड़ा गांव कौन सा है?
इस जिले सबसे बड़ा गांव चौसा है।
चौसा
चौसा गांव बक्सर जिले के एक प्रमुख गांव है, और ये एक प्राचीन और ऐतिहासिक महत्व रखता है। यहां कुछ मुख्य तथ्य हैं चौसा गांव के बारे में: 1. **इतिहासिक महत्व:** चौसा गांव का नाम मुख्य रूप से चौसा की लड़ाई से जुड़ा है, जो 1539 में मुगल बादशाह हुमायूं और शेरशाह सूरी के बीच लड़ी गई थी। ये युद्ध शेरशाह सूरी की जीत के लिए प्रसिद्ध है, जो मुगल साम्राज्य को स्थापित करने में मददगार साबित हुए। 2. **स्थिति और भौगोलिक रूपरेखा:** चौसा गांव गंगा नदी के किनारे स्थित है और बक्सर नगर से लगभाग [दूरी का उल्लेख करें] दूर है। क्या गाँव की भौगोलिक स्थिति कृषि के लिए अनुकूल है। 3. **आवास और सामाजिक जीवन:** चौसा गांव के घर ज्यादातर पक्के मकान होते हैं, जो स्थानीय मिट्टी और पत्थर से बने होते हैं। यहां के लोग अपने ऐतिहासिक विरासत को सम्मान देते हैं और अलग-अलग सामुदायिक और धार्मिक पर्व अयोजित करते हैं। 4. **आर्थिक व्यवस्था:** गांव की आर्थिक स्थिति अधिकशात्: कृषि पर आधारित है, जिसका अनाज जैसा धन, गेहूँ और चीनी सेवन होता है। साथ ही, यहां लोक जनसंख्या भी चीनी, गेहूं, धन, खेती और अन्य उन्नति शास्त्र के रूप में कृषि करते हैं।
डुमरांव
बक्सर जिले में डुमरांव गांव एक प्रमुख और महत्वपूर्ण गांव है। यहां कुछ मुख्य तथ्य हैं डुमरांव गांव के बारे मेंडुमराँव गाँव का इतिहास डुमराँव रियासत से जुड़ा हुआ है, जो बक्सर राज परिवार द्वार चलै जाती रही। डुमराँव गाँव अब भी एक ऐतिहासिक महत्ता की खोज में है, और इसमें एक प्रसिद्ध किला है,
इटाढ़ी
इटाढ़ी गाँव बक्सर जिले में स्थित है और यह जिले का एक प्रमुख गाँव है। यहाँ कुछ मुख्य तथ्य इटाढ़ी गाँव के बारे में हैं:
- स्थान और भौगोलिक स्थिति: इटाढ़ी गाँव बक्सर नगर से लगभग दूरी 10km की दूरी पर स्थित है। यह गाँव गंगा नदी के किनारे स्थित है और कृषि के लिए उपयुक्त भौगोलिक स्थिति में है।
- जनसंख्या और समाज: इटाढ़ी गाँव में लगभग [जनसंख्या की जानकारी डालें] लोग निवास करते हैं। यहाँ की समाजिक जीवन प्रमुखता से कृषि पर निर्भर करती है और स्थानीय रीति-रिवाजों को मान्यता दी जाती है।
- आर्थिक और सामाजिक विकास: इटाढ़ी गाँव की आर्थिक स्थिति कृषि पर आधारित है, जिसमें मुख्य रूप से धान, गेंहूँ, चीनी आदि की उत्पादन होती है। साथ ही, गाँव में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और बुनियादी सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं।
- सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व: इटाढ़ी गाँव अपनी स्थानीय संस्कृति और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ के लोग अपनी परंपरागत उत्सवों और धार्मिक त्योहारों को ध्यान में रखते हैं और इन्हें धर्म और सांस्कृतिक वातावरण के रूप में मान्यता देते हैं।
राजपुर
राजपुर गाँव बक्सर जिले में स्थित है और यहाँ पर कुछ मुख्य तथ्य हैं:
- स्थान और भौगोलिक स्थिति: राजपुर गाँव बक्सर नगर से लगभग [दूरी की जानकारी डालें] की दूरी पर स्थित है। यह गाँव भौगोलिक रूप से कृषि के लिए उपयुक्त है और यहाँ पर पशुपालन भी होता है।
- जनसंख्या और समाज: राजपुर गाँव में लगभग 5188 है। यहाँ की समुदायिक जीवन की मुख्यता से कृषि और पशुपालन पर निर्भर होती है।
- आर्थिक और सामाजिक विकास: राजपुर गाँव की आर्थिक स्थिति कृषि पर आधारित है, जिसमें मुख्य रूप से धान, गेंहूँ, और दाल उत्पादन होता है। यहाँ पर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और बुनियादी सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं।
- सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व: राजपुर गाँव अपनी स्थानीय संस्कृति और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के लोग अपनी परंपरागत उत्सवों और धार्मिक त्योहारों को ध्यान में रखते हैं और इन्हें धर्म और सांस्कृतिक वातावरण के रूप में मान्यता देते हैं।
बक्सर जिले में कितने गांव हैं?-सम्पूर्ण जानकारी
केसठ
केसठ गाँव बक्सर जिले में स्थित है। यहाँ पर कुछ मुख्य तथ्य हैं:
- स्थान और भौगोलिक स्थिति: केसठ गाँव बक्सर नगर से लगभग 36.7 की दूरी पर स्थित है। यह गाँव भौगोलिक रूप से कृषि के लिए उपयुक्त है और यहाँ पर पशुपालन भी होता है।
- जनसंख्या और समाज: केसठ गाँव यहाँ की समुदायिक जीवन की मुख्यता से कृषि और पशुपालन पर निर्भर होती है।
- आर्थिक और सामाजिक विकास: केसठ गाँव की आर्थिक स्थिति कृषि पर आधारित है, जिसमें मुख्य रूप से धान, गेंहूँ, और दाल उत्पादन होता है। यहाँ पर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और बुनियादी सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं।
- सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व: केसठ गाँव अपनी स्थानीय संस्कृति और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के लोग अपनी परंपरागत उत्सवों और धार्मिक त्योहारों को ध्यान में रखते हैं और इन्हें धर्म और सांस्कृतिक वातावरण के रूप में मान्यता देते हैं।
ब्रह्मपुर
ब्रह्मपुर गाँव बक्सर जिले में स्थित है। यहाँ पर कुछ मुख्य तथ्य हैं:
- स्थान और भौगोलिक स्थिति: ब्रह्मपुर गाँव बक्सर नगर से लगभग 36 की दूरी पर स्थित है। यह गाँव भौगोलिक रूप से कृषि के लिए उपयुक्त है और यहाँ पर पशुपालन भी होता है।
- जनसंख्या और समाज: ब्रह्मपुर गाँव में लगभग 13727 लोग निवास करते हैं। यहाँ की समुदायिक जीवन की मुख्यता से कृषि और पशुपालन पर निर्भर होती है।
- आर्थिक और सामाजिक विकास: ब्रह्मपुर गाँव की आर्थिक स्थिति कृषि पर आधारित है, जिसमें मुख्य रूप से धान, गेंहूँ, और दाल उत्पादन होता है। यहाँ पर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और बुनियादी सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं।
- सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व: ब्रह्मपुर गाँव अपनी स्थानीय संस्कृति और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के लोग अपनी परंपरागत उत्सवों और धार्मिक त्योहारों को ध्यान में रखते हैं और इन्हें धर्म और सांस्कृतिक वातावरण के रूप में मान्यता देते हैं।
FAQ
बक्सर जिले में कुल कितने गांव हैं?
उत्तर-1142
बक्सर जिले का सबसे बड़ा गांव कौन सा है?
उत्तर-दुमरांव
बक्सर का पुराना नाम क्या है?
उत्तर-व्याघ्रसर
बक्सर का लड़ाई कब हुई?
उत्तर-1764
हमे आशा है की हमारा यह लेख से जाने होंगे बक्सर जिले में कितने गांव हैं? जानकारी मिली होगी। इसे आप अपने मित्रों से भी साझा करें।